OTA का फुल फॉर्म क्या है? - दोस्तों आज मैं आपको OTA के बारे में बताने वाला हूं कि OTA क्या है। OTA की फुल फॉर्म क्या है, दोस्तों अगर आप भविष्य के अंदर अपना करियर बनाना चाहते हैं। वह भी ऑफिसर के रूप में तो आपको OTA के बारे में पता होना जरूरी है। साथ ही इस की फुल फॉर्म के बारे में भी हम आपको बताएगे। दोस्तों जो भी लोग सरकारी पदों पर अपनी नौकरी को पाना चाहते हैं। उनको OTA के बारे में काफी पता होता है। लेकिन काफी ऐसे लोग भी हैं, जिनको इसके बारे में नहीं पता तो चलिए जानते हैं।
OTA का पूरा नाम क्या है?
दोस्तों सबसे पहले मैं आपको OTA की फुल फॉर्म बताना चाहूंगा OTA की फुल फॉर्म Officers Training Academy होता है। इसको हिंदी में हम ऑफिसर ट्रेनिंग अकैडमी भी बोलते हैं। जिसका अर्थ होता है, कि भारतीय सेना का प्रशिक्षण प्रतिष्ठान।
दोस्तों यह भारतीय सेना के अफसरों को ट्रेनिंग देने के लिए। इस को स्थापित किया गया है। जिसमें शॉर्ट सर्विस कमीशन से चुने हुए अधिकारियों को प्रशिक्षित करते हैं। दोस्तों यह 49 हफ्तों का एक तरीके का पाठ्यक्रम होता है। जिसमें कि मेडिकल क्षेत्र को छोड़कर बाकी सभी चीजों और शाखाओं के बारे में प्रशिक्षण दिया जाता है।
दोस्तों आपको बताना चाहूंगा कि इसकी स्थापना 1963 में की गई थी। इसके अंदर पहले शाखा को चेन्नई के बाहरी इलाकों में स्थापित कर आ गया था। फिर इसके बाद इसको 2011 में बिहार के अंदर गया में एक नई एकेडमी के तौर पर इस को स्थापित किया गया। लेकिन दिसंबर 2011 के अंदर इसको बंद कर दिया गया था।
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दोस्तों आपको बता दूं, इस संस्थान ने हमारे देश के लिए काफी सारे वीर सैनिकों को बनाया है। जिन्होंने हमारे देश का नाम रोशन करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने काफी सारे वीरता पुरस्कार भी प्राप्त किए हैं।
OTA का इतिहास
दोस्तों क्या आपको पता है, गया के अंदर जो ट्रेनिंग संस्था बनाई गई थी वह 870 एकड़ में फैली हुई थी। यह गया के पहाड़पुर जगह में स्थित है। इस एकेडमी तक जाने के लिए आपको गया से बोधगया वाले रास्ते को पकड़ कर जाना होता है।
दोस्तों इसके अंदर आपको हर प्रकार के प्रशिक्षण के लिए सुविधा मुहैया कराई जाती थी। जो कि ट्रेनिंग संस्थाओं में हर किसी के लिए जरूरी होती है।
दोस्तों हमारे देश के अंदर सबसे पहला प्रशिक्षण संस्थान 1942 से 1945 के बीच में स्थापित करा गया था। जो कि दूसरे विश्व युद्ध के बीच में रहा था। लेकिन किसी कारण की वजह से इसको दूसरे विश्व युद्ध के बाद बंद कर दिया गया। लेकिन फिर इसको दोबारा से 1962 के करीब में जनवरी के महीने के अंदर चेन्नई में इसका उद्घाटन करा गया। ताकि दोबारा से नए-नए ऑफिसररोको इसके अंदर ट्रेनिंग दी जा सके। इसका क्षेत्रफल दोस्तों 750 एकड़ के अंदर फैला हुआ था।
दोस्तों क्या आप जानते हैं, कि भारतीय सेना को सुसज्जित करने के लिए और संगठित रखने के लिए। कितने सारे कड़े प्रशिक्षण प्रदान किए जाते हैं। उन्हें अनुशासन के अंतर्गत काफी सारी ट्रेनिंग दी जाती है। ताकि वह काफी अच्छे देश के सिपाही बन सके। जो कि हमारे देश के लिए अपनी जान न्योछावर करते हैं। उनके लिए हर तरीके की ट्रेनिंग प्रदान करते हैं। ताकि वह हमारे देश का नाम रोशन कर सकें। हमारे देश पर आने वाले किसी भी खतरे को वह पहले ही विफल कर सकें। वह अपनी वीरता और साहस से हमारे देश की रक्षा कर सकें।
दोस्तों आज हमने आपको OTA के बारे में जानकारी दी है। साथ ही इससे जुड़े हुए काफी पुराना इसका इतिहास भी आपको बताया है।
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